जे के शर्मा सर नहीं रहे
रात में लेटा और सो गया | सुबह होने से पहले तडके अँधेरे ही मुझे लगा कि में उठ बैठा | हर रोज़ की तरह उठ कर तीन गिलास पानी पिया | फिर पोधों को पानी दिया | रेडियो लगा कर भजन सुनना शुरू कर दिया | शेव की अपनी आदत पूरी कर डाली | नहाने से पहले मन में आया कि जरूरी व्हट्सएप्प देख लूँ | घर व् परिवार को शुभकामनायें व् गुलाब भेजने के बाद देखा कि फेस बुक पर मुझे याद किया जा रहा है | मैंने फेस बुक पेज ओपन किया और हैडलाइन पढ़ी :
जे के शर्मा सर नहीं रहे
हमारे परम आदरणीय गुरु जी, अंग्रेजी के अध्यापक, रिटायर्ड प्रिंसिपल व् महान ज्योतिषाचार्य रात साढ़े दस बजे व्हट्सएप्प पर डिलीट करते करते स्वयं डिलीट हो गये | भगवान उनकी आत्मा को शांति दे | आर आई पी – नया रिवाज़ |
नीचे 180 लोगों ने लाइक किया यानि पसंद किया था कि में नहीं रहा | सुबह सुबह कुछ लोगों की टिप्पणी पढने को मिली क्योंकि सभी को तो पता ही नहीं लगा था | ये टिप्पणियाँ थी :
- Ø दुःख तो है की गुरु जे चले गये परन्तु अच्छा हुआ कि वो अपने जीवन साथी से उपर मिलेंगे आर आई पी – चोपड़ा
- Ø उनके जाने से एक वक्कुम हुआ है जो भरा नहीं जा सकता – सेबेस्टिन
- Ø अच्छा गुरु जी, अलविदा | अब आप सपनों में आकर जगाओगे नहीं | अब जाकर आपका डर खत्म होगा | आर आई पी – युनानिम्स व् अनोनिमस
- Ø चलो जान बची | में तो पत्र या फेस बुक या व्हट्सएप्प पर इसलिए नहीं लिखता था की गुरु जी गलतियाँ निकल देंगे | अब कोई चिंता नहीं | आर आई पी- मोहन
- Ø सर बहुत अच्छे थे | सबका बराबर ध्यान रखते थे | भगवान उन्हें स्वर्ग दे और वहीं रखे | - देवी
- Ø फोटो देख कर भी यकीन नहीं होता की गुरु जी गये | लगता हैं बिना कहे ही उनकी ऑंखें कुछ कह रही हैं | गुरु जी आँखें मूँद लो, बाय बाय | आर आई पी-त्रिमोहन
- Ø अब कोई रिप्रजेंटेशन नहीं आएगी जे के की | आर आई पी – डिपार्टमेंट
- Ø बहुत मेहनती थे सर | दिन रात बच्चों का ध्यान रखते थे | वो फिर झज्जर में आयेंगे क्योंकि वो कहते थे कि उनकी आत्मा यहाँ बस्ती है | आर आई पी- सुनयना, टी जी टी झज्जर
- Ø सर समय से चले गये, ठीक ही हुआ | भगवान उनकी आत्मा को शांति दे – सोहन, हिसार
- Ø गुरु जी पास ही 25 सेक्टर श्मशान को देख कर कहते थे की पडोस में ही तो जाना है, आज चले ही गये | आर आई पी – स्टाफ चंडीगढ़
- Ø खैर गुरु जी, आज या कल सबने जाना है | अभी आप निकल लिए, ठीक ही है | ये संसार आप के काबिल नहीं है – चंडीगढ़ यूनियन
- Ø सुख और दुःख आपने अनुबव किये और संघर्ष को जीकर चलते रहे | आपकी सहनशक्ति को प्रणाम है | अब आप रात को कमरों में बाहर बाजार से आये टी वी पकड़ने नहीं आओगे | आपको शांति प्राप्त हो – दिलेर , मंडी हिमचल
- Ø आप अमर हो गये सर आपने पठानकोट की जो सेवा की वह कोई भूल नहीं सकता | आपकी आत्मा को शांति प्राप्त हो – हीरा पठानकोट
- Ø आप द्वारा गए गाने बहुत याद आएंगे गुरु जी | अगले जन्म फिर आना गुरु जी, हम भी फिर से आपके विद्यार्थी बनेगे – यश
- Ø एक योद्धा की भांति आपने बर्फीले पहाड़ पर सेवा की और रचनात्मकता लाकर बहुत कुछ अच्छा कर के बदल दिया | हम आपको याद रखेंगे | आर आई पी – ज्माल्टा, ठियोग शिमला
अभी मैं आगे और पढ़ता कि व्हट्सएप्प विडियो कॉल आ गयी और मुझे मेरे जन्म दिन की शुभकामनायें मिलनी शुरू हो गयी | ये होता है व्हट्सएप्प का नशा - सोते हुए जागना और जागते हुए सोना |